ऑर्थोपेडिक्स
प्रमुख विशेषताएं
- अपोलो के विभिन्न अस्पताल भारत में महत्वपूर्ण तथा सर्वश्रेष्ठ ऑर्थोपेडिक्स शल्यक्रिया एवं उसकी प्रणालियों को उपलब्ध कराते हैं। हम हड्डी एवं जोड़ों की प्रतिस्थापन शल्यक्रियाएं करते हैं जिसमें आधुनिकतम आथ्र्रोस्कोपिक त रीकंस्ट्रक्टिव तकनीकें सम्मिलित हैं। जोड़ों के प्रतिस्थापन में हिप रीसर्फेसिंग और घुटना प्रतिस्थापन शल्यक्रियाएं ( प्राथमिक जटिलता युक्त प्राथमिक व परिशोधित प्रतिस्थापना) बड़े पैमाने पर अत्युत्तम परिणामों के साथ की जा रही हैं।
- कंधों एवं सर्वाधिक नाजुक हाथों की सूक्ष्म शल्य-चिकित्सा सभी उत्तम परिशुद्धि व दक्षता के साथ की जाती हैं।
- आर्टिकुलर कार्टिलेज इम्प्लांटेशन (ए.सी.आई) में भी अपोलो अस्पताल अग्रणी हैं । माइक्रो-फ्रैक्च्यूरिंग, मोजैक-प्लास्टी के साथ-साथ कार्टिलेज रीजेन्रेशन शल्यक्रिया सभी बखूबी क्रियान्वित की जाती हैं। अपोलो का कार्टिलेज स्कूल नवयुगीन पुनर्योजी चिकित्सा के रूप में वर्तमान में हुई आर्थो- बायोलॉजिकल्स तथा संवर्धन कारकों से संबद्ध आधुनिक प्रगतियों का उत्तोलित उपयोग कर रहा है
- समर्पित अभिघातीय चिकित्सा केंद्र उपलब्ध हैं जहाँ मरीजों के लिए न्यून निष्क्रिय समय वधि के साथ हड्डी विस्थापन एवं अस्थि भंग के उपचार की व्यवस्था है।
- हमारे अस्पताल की एक अन्य प्रमुख विशिष्टता अस्थि कैंसर के उपचार हेतु ऑर्थोपेडिक् ऑन्कोलॉजी विभाग है।
- हमारे सभी संकुलों में आधुनिक खेल-कूद चिकित्सीय केंद्र हैं जहाँ खेल-कूद संबद्ध अधिकतर चोटों को अब की-होल ( आथ्र्रोस्कोपिक) शल्य चिकित्सा द्वारा उपचारित किया जा सकता है। गंभीर रूप से चोटिल जोड़ों को प्रतिस्थापित किया जा सकता है। ये कृत्रिम जोड़ लगभग प्राकृतिक जोड़ों की ही तरह कारगर होते हैं एवं इनकी कार्यशील अवधि 20 से 25 वर्षों की होती है।
- हम उन कुछ चुनिंदा अस्पतालों में से हैं जिनके पास विशिष्ट बाल-चिकित्सीय ऑर्थोपेडिक् यूनिट हैं एवं वहाँ बाल-चिकित्सीय ऑर्थोपेडिक् की समग्र श्रृंखला की उपलब्धता है।
- सी.टी इमेजिंग /मैपिंग , मॉडलिंग सॉफ्टवेयर (वर्चुअल) एवं 3 डी प्रिंटिंग तकनीक के क्रांतिकारी समायोजित उपयोग द्वारा ट्रू पर्सोनलाइज्ड-नी जैसे चिकित्सीय चमत्कार हकीकत बनते जा रहे हैं। रोबोट निर्देशित तकनीकें भी हमारे अस्पतालों में सामान्य होती जा रही हैं।
- हमारी शारीरिक रोगोपचार ईकाईयाँ पुर्नवासन तथा दर्द प्रबंधन की सुविधाएं प्रदान कराती हैं एवं परिष्कृत उपकरणों और प्रोटोकॉल के उपयोग द्वारा न्यूनतम समयावधि में स्वास्थ्य लाभ सुनिश्चित करती हैं।
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अपोलो कैंसर सेंटर्स
अपोलो कैंसर हॉस्पिटल्स भारत के सर्वोत्तम कैंसर हॉस्पिटल्स में से एक है। इसके देश में कैंसर निदान के लिए समर्पित 10 हॉस्पिटल्स हैं जो हैदराबाद,चेन्नई,बेंगलुरु,मदुरै,कोलकाता,दिल्ली,अहमदाबाद,भुवनेश्वर में हैं।
जो हजारों मरीज यहां कैंसर के इलाज के लिए आते हैं अपोलो हॉस्पिटल्स का कैंसर सेंटर उनके लिए इस आशा का प्रतीक है कि कैंसर पर जीत हासिल की जा सकती है। अपोलो हॉस्पिटल्स के कैंसर केअर सिस्टम में 125 सर्जिकल और रेडियेशन कैंसर विज्ञान विशेषज्ञ के साथ ही डायग्नास्टिक कंसलटेंट भी हैं जो कैंसर मरीजों को व्यापक देखभाल प्रदान करते हैं। हमारा मिशन कैंसर के खिलाफ लड़ाई को अगली सीमा तक ले जाना और चिकित्सकीय मानदंडों और परिणामों को पुर्नपरिभाषित करना है।
कैंसर का उपचार
अपोलो हॉस्पिटल्स भारत में सर्वोत्तम उपचार सुविधाओं के साथ व्यापक कैंसर देखभाल उपलब्ध कराता है। हमारे कैंसर वैज्ञानिकों की टीम हर मामले की संयुक्त रूप से जांच करती है और मरीज के कैंसर के इलाज के लिए सर्वोत्तम मार्ग तय करती है। विशेष रूप से प्रशिक्षित मेडिकल काउंसलर्स,स्पीच थेरेपिस्ट,डायटीशियन्स और अन्य पेशेवर हर व्यक्तिगत मामले के लिए उपयुक्त हैं और कैंसर स्पेशलिस्ट्स की टीम का सहयोग उपलब्ध कराते हैं।
कैंसर स्क्रीनिंग प्रोग्राम्स
अपोलो हॉस्पिटल्स ने कैंसर देखभाल के क्षेत्र में जो उल्लेखनीय सफलता अर्जित की है वह यह है कि हजारों राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मरीज यहां हर साल आते हैं,भारत के अलावा 120 देशों के मरीजों को कैंसर केअर के बारे में अपोलो हॉस्पिटल्स पर भरोसा है।
मुख्य अंश
अपोलो ओंकोलाजी टीम :अपोलो हॉस्पिटल्स में एक ही छत के नीचे सर्वोत्तम दिमाग कैंसर इलाज के लिए उभरती प्रवृत्तियों पर विचार-विमर्श करते हैं और उन्हें अपनी चिकित्सा अभ्यास में शामिल करते हैं। वे अत्याधुनिक ओंकोलाजी में अपने दशकों के अनुभव और विषेषज्ञता.का प्रतिनिधित्व करते हैं। अपोलो ओंकोलाजी टीम सर्जिकल,मेडिकल,और रेडियेशन ओंकोलाजी के प्रतिभाषाली दिमागों को एक साथ लाती है और इनके साथ होते हैं उच्च अनुभव एवं क्षमताओं वाले सहायक विषेषज्ञ।
सटीक निदान और उपकरण: कैंसर की पहचान,देखभाल और निदान में रेडियोलोजी और इमेजिंग साइंसेस की बेहद अहम भूमिका है। अपोलो हॉस्पिटल्स ने निरंतर अन्वेषण और विकास ने कैंसर के खिलाफ लड़ाई में अद्भुत सकारात्मक प्रभाव पैदा किया है। रेडियोलाजी विशुद्ध रूप से नैदानिक उपकरणों से पारंपरिक तकनीकों तक विकसित हुई है। एमआरआईए एक्स.रे और अल्ट्रासाउंड में नए कंट्रास्ट एजेंट चिकित्सकों को पहले से कहीं अधिक सटीक रूप से निदान करने और उपचार की योजना बनाने में सक्षम बनाते हैं। चाहे वह फिलिप्स जेमिनी टाइम.एंड.फ़्लाइटए 64.स्लाइस पीईटी.सीटी स्कैन सिस्टम या 64.स्लाइस मल्टी डिटेक्टर कम्प्यूटरीकृत एक्सियल टोमोग्राफी स्कैन या 3 डी मैमोग्राफी होए हम सुनिश्चित करते हैं कि हमारे पास कैंसर का बेहतर और पूर्व निदान सुनिश्चित करने के लिए नवीनतम उपकरण हैं।
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अपोलो हार्ट इंस्टीट्यूट
अपोलो हार्ट इंस्टीट्यूट को भारत के सर्वोत्तम हार्ट हॉस्पिटल्स में से एक माना जाता है। यहां कार्डियोथोरेसिक और कार्डियोलॉजी से संबंधित कई तरह के इलाज और प्रक्रियाएं की जाती हैं। इस संस्थान ने 1,75,000 कार्डियक इंटरवेंशन और सर्जरी का बेजोड़ रिकार्ड बनाया है जिसकी चिकित्सकीय सफलता की दर की तुलना अंतर्राष्ट्रीय मानकों से की जा सकती है।
अपोलो हॉस्पिटल्स की कार्डियोथोरेसिक सर्जन्स और कार्डियोलाजिस्ट की विख्यात टीम जो भारत एवं भारत के बाहर के शीर्ष संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त है, हृदय की हर स्थिति के देखभाल के लिए संपूर्ण श्रृंखला उपलब्ध कराती है। इसके अलावा यह टीम दैनिक रूप से ऐसे मरीजों की भी देखभाल करती है जो भारी जोखिम में होते हैं, इनमें से कई ऐसे होते हैं जिन्हें दूसरे सेंटर्स द्वारा असाध्य या बेकार घोषित कर दिया गया होता है।
अपोलो हॉस्पिटल्स ने यहां हृदय संबधी बीमारियों से बचाव और इलाज के लिए किए जा रहे अग्रणी कार्यों के कारण हर साल अपोलो हार्ट इंस्टीट्यूट आने वाले जटिल बीमारियों से ग्रस्त हजारों मरीजों को बेहतर परिणाम प्रदान करने और जीवन की गुणवत्ता बढ़़ाने की उपलब्धियां अर्जित की हैं।
भारत के सर्वोत्तम हृदयरोग विशेषज्ञों की अगुआई में संचालित अपोलो हार्ट इंस्टीट्यूट में उन्नत आधारभूत सुविधाएं हैं जो उपलब्ध कराई जा रही हृदय संबंधी सेवाओं की जटिल प्रकृति में सहायक सिद्ध होती हैं। थर्ड जनरेशन कैथ लैब, कार्डियक क्रिटिकल केअर इकाइयां और गहन चिकित्सा इकाईयां हमारे अनुभवी हृदयरोग विशेषज्ञों और आपरेशन के बाद देखभाल करने वाली टीमों के लिए बहुत अधिक सहयोगी साबित हो रही हैं और हमें भारत का ऐसा हास्पिटल बना रही हैं जिसकी हृदय संबंधी देखभाल में बहुत मांग बनी हुई है।
मुख्य अंश
अपोलो हास्पिटल्स को बेहट जटिल बीमारियों के सफलतापूर्ण इलाज का व्यापक अनुभव है जिनमें कोरोनरी आर्टरी बायपास सर्जरी, हृदय वाल्व संबंधी सभी प्रकार की सर्जरी, शिशु हार्ट सर्जरी, बच्चों और वयस्कों के हृदय प्रत्यारोपण आदि की सफलता दर की तुलना अंतर्राष्ट्रीय मानकों से की जा सकती है। अपोलो हॉस्पिटल्स को इंडिया टाइम और कई प्रतिष्ठित सर्वेक्षणों में भारत के सर्वोत्तम हार्ट सर्जरी हॉस्पिटल के रूप में मूल्यांकित किया गया है। अपोलो हार्ट इंस्टीट्यूट में की गई 99.6 प्रतिशत से अधिक कार्डियक बाईपास सर्जरी बीटिंग हार्ट सर्जरी हैं जो यह सुनिश्चित करती हैं कि आपरेशन के बाद मरीज जल्द पहले जैसे ही स्वस्थ्य हो जाते हैं। इस इंस्टीट्यूट के कार्डियोलाजिस्ट कोरोनरी आर्टरी स्टेनिंग,लेज़र एंजियेप्लास्टी और पक्र्यूटेनियस ट्रांसलुमिनिल सेप्टल मायोकार्डियल ब्लेशन जैसी उन्नत तकनीकों के उपयोग में दक्ष और अग्रणी हैं। अपोलो हार्ट हॉस्पिटल्स द्वारा संचालित हार्ट ट्रांसप्लांटेषन प्रोग्राम भारत में सर्वाधिक सफल कार्यक्रमों में से एक है।
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अपोलो इंस्टीट्यूट आफ न्यूरोसाइन्सेज
अपोलो इंस्टीट्यूट आफ न्यूरोसाइंसेज को भारत के सर्वोत्तम न्यूरोलॉजी एवं न्यूरोसाइंसेज के हॉस्पिटल के रूप में जाना जाता है जो अपनी नवोन्मेष और दक्षता की विरासत के साथ काम कर रहा है।
नवीनतम न्यूरो रेडियोलोजी सेवाओं, न्यूरो इंटेन्सिव केअर सुविधाओं और मेडिकल तथा रेडियेशन ओन्कोलोजी सेवाओं की दक्षतापूर्ण सहायता के साथ अपोलो हॉस्पिटल्स के न्यूरोलॉजिस्ट एवं न्यूरोसर्जन्स न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के निदान में शानदार परिणाम हासिल कर रहे हैं और इन बीमारियों के लिए उनके द्वारा किए जा रहे इलाज का दुनिया के किसी भी प्रमुख संस्थान के परिणामों से मिलान किया जा सकता है, वे अपने आप में बेजोड़ हैं।
अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज के पास जटिल न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के इलाज का अनुभव और विषेषज्ञता दोनों है और वे मरीज की स्थिति को देखते हुए निगरानी के आधार पर उपयुक्त इलाज उपलब्ध कराते हैं।
सर्जरी की एक शाखा न्यूरोसर्जरी जिसका संबंध दिमाग पर लगने वाली चोट, रीढ़ की हड्डी और नसों से है, अपोलो हॉस्पिटल्स की प्रमुख विशेषता है। भारत में अपोलो हॉस्पिटल्स का न्यूरोसर्जरी विभाग स्ट्रोक, सिरदर्द, मिर्गी, कोमा, न्यूरोपैथिस, मल्टीपल स्केलेरोसिस, मायोपैथिस, पार्किंसंस रोग, मायस्थेनिया ग्रेविस आदि सभी तहर की बीमारियों के इलाज के लिए सभी तरह के आवश्यक एवं आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है और यही विशेषताएं उसे न्यूरोसर्जरी के इलाज के लिए भारत के सर्वोत्तम हॉस्पिटल के रूप में प्रतिष्ठित करती हैं।
अपोलो इंस्टीट्यूट आफ न्यूरोसाइंसेज के न्यूरोसर्जन मस्तिष्क रोग या मस्तिष्क की चोट, सिर की चोट, रीढ़ की हड्डी में चोट, ब्रेन ट्यूमर, स्पाइनल ट्यूमर, ब्रेन हेमरेज, हाइड्रोसिफ़लस, तंत्रिका चोट, ट्यूमर, डिस्क प्रोलैप्स या हर्नियेशन, स्पाइनल डिस्लोकेशन, अनसीन स्पाइन, एटलांटो एक्सियल डिस्लोकेशन, स्पाइनल डिसिजिस्म जैसी जन्मजात विकृत्रियों आदि का इलाज करते हैं। जिन बीमारियों के इलाज में अपोलो हॉस्पिटल्स को विशेषज्ञता हासिल है उनमें दौरे या मिर्गी और चलने-फिरने में विकृति जैसे पार्किन्सन डिसीज आदि का इलाज शामिल है। अपोलो हॉस्पिटल्स हर साल 1000 से ज्यादा न्यूरोसर्जरी के बड़े ऑपरेशन करता है।
अपोलो हॉस्पिटल्स में भारत के सर्वोत्तम न्यूरोसर्जन्स की अगुआई में सभी कार्यों का संरक्षण, अच्छे कॉस्मेटिक परिणाम, हॉस्पिटल में कम समय तक रहना, दर्द और परेशानी से बचाना आदि को भी मरीज के जीवन को बचाने जितना ही महत्वपूर्ण माना जाता है। न्यूरोलोजिस्ट, न्यूरोसर्जन्स, न्यूरोएनेस्थीसीस्टि, न्यूरोफिजीशियन्स और इंटेंनसिविस्ट्स की एकीकृत टीम पुनर्वास विशेषज्ञों के साथ इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए समर्पित रहती है।
आज न्यूरो-एनेस्थीसिया,न्यूरोसर्जिकल इन्टेंसिव केअर और न्यूरो इमेजिंग टेक्नोलॉजी बहुत ही उन्नत हो गई हैं जिससे मृत्युदर में उल्लेखनीय कमी आई है और जीवंतता के परिणामों में अत्यधिक वृद्धि हुई है। मिनिमली इनवेसिव टेक्निक्स सर्जरी से संबद्ध मृत्यु दर में और रुग्णता में कमी करने में सहायक हैं।
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अपोलो प्रत्यारोपण संस्थान
अपोलो संस्थान के प्रत्यारोपण कार्यक्रम भारत में स्थापित दुनिया के विशालतम एवं सर्वव्यापक ठोस बहु-अंगीय केन्द्रों में से एक है।
ये संस्थान लीवर प्रत्यारोपण, गुर्दा प्रत्यारोपण, कोर्नील प्रत्यारोपण,हृदय प्रत्यारोपण, आन्त्र एवं जी.आई प्रत्यारोपण, अग्न्याशय प्रत्यारोपण तथा पेडियाट्रिक प्रत्यारोपण जैसे विभिन्न बहु-अंगीय प्रत्यारोपण प्रक्रियाओं के लिए प्रसिद्ध है। अपोलो अस्पताल अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में अग्रणी रहा है एवं इसको अंग प्रत्यारोपण के लिए भारत का सर्वोत्तम अस्पताल माना जाता रहा है। भारत में शिशु तथा वयस्क के सर्वप्रथम सफल लीवर प्रत्यारोपण नवम्बर 1998 में अपोलो अस्पताल में संपादित हुए। बहु-अंगीय प्रत्यारोपण में 90% सफलता दर के साथ हमारे अंगीय प्रत्यारोपण केंद्र समूची दुनिया के रोगियों के लिए गुणवत्ता एवं आशा के प्रकाशस्तंभ की तरह दीप्तिमान हैं।
परामर्शदाताओं के अनुभव एवं दक्षता, दल के एकीकृत दृष्टिकोण, सर्वोत्तम परिणाम एवं उत्कृष्ट बुनियादी संरचनाएं अपोलो अस्पताल को प्रत्यारोपण के लिए एक आदर्श विकल्प बनाती हैं। संस्थान के अंगीय प्रत्यारोपण शल्यक्रिया चिकित्सक तथा उससे संबद्ध कार्य-दल सर्वोच्च परिणामों की अधिकतम संभाविता के लिए शल्यक्रिया से पूर्व, पर्यन्त तथा उपरांत अंगों के प्रदाता व प्रापक के साथ-साथ अनुशील रहते हैं।
- अपोलो अस्पताल के प्रत्यारोपण केंद्रों में जीवित प्रदाता एवं कैडेवर शल्यक्रिया के क्रियान्वयन हेतु समस्त आवश्यक शीर्ष गुणवत्ता वाले उपकरण एवं अत्याधुनिक मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध हैं। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रत्यारोपण शल्यचिकित्सकों, गुर्दा विशेषज्ञों, जठरांत्रीय विशेषज्ञों, शिशु-जठरांत्रीय विशेषज्ञों, शिशु-शल्यचिकित्सकों, निश्चेतक विशेषज्ञों, गहन देखभाल चिकित्सकों का एक विशिष्ट दल देखभाल के उच्चतम मापदंडों का संपादन करता है।
- अपोलो, भारत के निजी क्षेत्र में अस्थि-मज्जा प्रत्यारोपण की 1500 शल्यक्रियाओं को संपन्न करने वाला प्रथम अस्पताल है। 1998 में किए गए प्रथम भारतीय लीवर प्रत्यारोपण से लेकर आज-तक, अपोलो अस्पताल के प्रत्यारोपण कार्यक्रम ने बच्चों एवं वयस्कों में 21000 गुर्दे तथा 5600 लीवर प्रत्यारोपित किए हैं। सालाना 75000 डायलिसिस क्रियान्वयन के साथ हम भारत के सबसे बडे डायलिसिस नेटवर्क में से एक हैं। 1500 से भी अधिक कोर्नील प्रत्यारोपण कभी किए जा चुके हैं।
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आपातकाल
भारत में आपातकालीन चिकित्सा और दुर्घटना देखभाल के क्षेत्र में अपोलो हॉस्पिटल्स अग्रणी है। अपोलो हॉस्पिटल्स ने आपातकालीन चिकित्सा एवं देखभाल के क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं, दक्षता, शिष्टाचार, और विश्व स्तरीय सेवाओं के सन्दर्भ में अपने आपको निरंतर पुनर्परिभाषित किया है. इस हॉस्पिटल ने उत्कृष्टता मानकों पर एक समान आपातकालीन देखभाल उपलब्ध कराने पूरे देश में राष्ट्रीय आपातकालीन चिकित्सा नेटवर्क तैयार किया है जहाँ आपातकालीन और दुर्घटना देखभाल विशेषज्ञ पोलीट्रामा सहित सभी चिकित्सकीय और सर्जिकल आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए 24 घंटे तैयार रहते हैं ।
कौशल, विशेषज्ञता और बुनियादी ढांचे के उच्चतम स्तरों को ध्यान में रखते हुए, अपोलो हॉस्पिटल्स के 24-घंटे की आपातकालीन सेवा और आघात देखभाल विभाग के प्रोटोकॉल त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, और उन्होंने ऐसे परिणामों को साबित किया है जो दुनिया में सर्वोत्तम हैं। विभाग सक्रिय रूप से आपातकालीन देखभाल में महत्वपूर्ण लाभ देने के लिए हमारी बहु-विशेषता कौशल का लाभ उठाता है।
आपातकालीन सेवाओं का राष्ट्रीय नेटवर्क
आपातकालीन सेवाओं का राष्ट्रीय नेटवर्क भारत के 9 शहरों (चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद, कोलकाता, पुणे, बिलासपुर, काकीनाडा और बेंगलुरु ) में काम कर रहा है । इस विशाल नेटवर्क में 22 आपातकालीन कक्ष, 60 एम्बुलेंस और 500 से अधिक कर्मचारी शामिल हैं ।
मल्टी-स्पेशलिटी इमरजेंसी कक्ष
अपोलो हॉस्पिटल्स के आपातकालीन कक्ष (ई आर) में भारत के सर्वोत्तम ट्रामा सर्जन्स से तुरंत और आसानी से मिला जा सकता है जो सभी तरह के ऑपरेशंस में सक्षम और दक्ष होते हैं । अपोलो के आपातकालीन सेवाओं और आघात देखभाल केंद्रों में हृदय रोग विशेषज्ञ, न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरोसर्जन और आघात विशेषज्ञ किसी भी मेडिकल एमरजेंसी में विशेषज्ञतापूर्ण देखभाल के लिए 24×7 तैयार रहते हैं. अपोलो हॉस्पिटल्स में इमरजेंसी सेंटर्स पर लंबे समय के अनुभव ने यह सिखाया है कि यहां हर मिनट का मूल्य है.अपोलो हॉस्पिटल्स के ईआर में हर मरीज़ विश्व स्तरीय चिकित्सा सहायता प्राप्त करने के प्रति आश्वस्त हो सकता है क्योंकि यहाँ की टीम का ध्यान सिर्फ इसी एक बात पर केन्द्रित रहता है कि मरीज़ को जल्द से जल्द बेहतर कैसे किया जाए और यही बात इन सेंटर्स को भारत का सर्वोत्तम आपातकालीन और आघात चिकित्सा केंद्र बनाती है ।
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गैस्ट्रोएंटरोलॉजी संस्थान
अपोलो हॉस्पिटल्स में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के संस्थानों को भारत में सबसे अच्छा और शीर्ष गैस्ट्रोएंटरोलॉजी केंद्र माना जाता है। संस्थान बच्चों और वयस्कों में पाचन और हेपेटोबिलरी सिस्टम के रोगों के प्रबंधन के लिए समर्पित हैं. गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के ये संस्थान मेडिकल और सर्जिकल दोनों ही तरह की गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के लिए विशेषज्ञ देखभाल उपलब्ध कराते हैं। इन संस्थानों में नए और अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित गहन चिकित्सा इकाइयां (आईसीयू) हैं।
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी मुख्यतः घुट्की, पेट , छोटी आंत, बड़ी आंत और मलाशय, अगन्याश्य, पित्ताशय की थैली, पित्त नलिकाओं और यकृत से सम्बंधित है। सम्पूर्ण पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली जो भोजन नलिका के माध्यम से भोजन मार्ग और भोजन के पाचन के शरीरक्रिया विज्ञानं दोनों से सम्बंधित होती है, भोजन का अवशोषण और मलत्याग इसके दायरे में आते हैं।
इसमें कोलन पॉलीप्स, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर, पीलिया, लीवर का सिरोसिस, गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स )हार्टबर्न), पेप्टिक अल्सर रोग, कोलाइटिस, पित्ताशय की थैली और पित्त संबंधी रोग, पोषण संबंधी समस्याएं, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (आईबीएस), अग्नाशयशोथ, आदि की मेडिकल और सर्जिकल चिकित्सा शामिल है।
हाइलाइट्स
- नवीनतम एंडोस्कोपिक प्रक्रिया गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल दर्द, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर, बाहरी पदार्थों को हटाने आदि की पहचान और उनके इलाज़ के लिए अपनाई जाती है।
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जन आंतों, अग्न्याशय और हेपेटोबिलरी ट्रैक्ट [लिवर और पित्ताशय की थैली] की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जिकल समस्याओं से संबंधित प्रमुख उपचारों का प्रबंधन करते हैं, जिनमें कैंसर भी शामिल है इनमें से कई का प्रबंधन मिनिमल एक्सेस सर्जरी के द्वारा किया जाता है।
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