Verified By Apollo General Physician May 20, 2021
6928जैसे जैसे हमें कोविड से जुड़ी नई जानकारी मिल रही है, हम देख पा रहे हैं कि स्थिति अब तक काबू में होनी चाहिए थी पर ऐसा नहीं हो पाया है। हर दिन कोविड के नए रूप और लक्षणों की खबर मिल रही है। इसलिए हमें इसकी दूसरी लहर और इसके नए रूप से जुड़ी सारी जानकारी होनी चाहिए। जैसा कि हम जानते हैं कोविड-19 हर उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है और बहुत तेजी से म्यूटेट हो रहा है। ऐसे में हमें सोशल डिस्टेन्सिंग और मास्क पहनने की अहमियत को नहीं भूलना चाहिए।
अब तक सभी लोग जान चुके हैं कि कोरोना वायरस क्या है और हममें से कई लोग इसको अनुभव भी कर चुके हैं। कोरोना वायरस को SARS-CoV2 नाम से भी जाना जाता है। SARS-CoV2 एक ऐसा वायरस होता है जो सामान्य सर्दी-जुकाम, क्रोनिक रेस्पायरेटरी समस्याएं और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम जैसी तकलीफें पैदा करता है। इस वायरस की खोज 2019 में चीन में की गई थी। तब से इसमें दुनियाभर में कई आर्थिक और मेडिकल बदलाव करने पड़े हैं।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर ने देश पर गहरा असर किया है। हर दिन मामलों की संख्या में भारी बढ़ोतरी जनता में दहशत और भ्रम को भी बढ़ा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि कोविड-19 वायरस के नए म्युटेंट स्ट्रेन कुछ नए लक्षणों भी दिखा रहे हैं।
यह नए लक्षणों की एक सूची है जो एक संक्रमित व्यक्ति में कोविड-19 होने का संकेत दे सकती है। हालांकि, चिंतित न हों। चूंकि यह लक्षणों कई अलग-अलग कारण से भी हो सकते हैं, इसलिए हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप अपने डॉक्टर से बात करें और अपना टेस्ट करवाएं।
सीडीसी ने फिर कहा है कि वायरस के फैलते जाने का मुख्य कारण आज भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना और हवा से वायरस का बढ़ते जाना है। ये भी कहा गया है कि किसी भी अजीब लक्षण को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि ये अनोखा वायरस है। आप पहचान ही नहीं सकते हैं कि कौन से अलग तरह के लक्षण ये दिखाएगा। इसमें सुनने में दिक्कत, गुलाबी आंखें, कानों में दर्द और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसॉर्डर भी हो सकते हैं।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण ऐसे हैं जिनको ज्यादा ध्यान देना चाहिए क्योंकि इसमें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट पर असर होता है जिसमें गॉल ब्लैडर, लिवर और पैनक्रियाज भी शामिल हैं। कोविड-19 शरीर के इन हिस्सों के काम करने के तरीके पर असर डालता है। जिसकी वजह से आंतरिक रक्तस्राव भी हो सकता है।
चीन में हुए एक शोध की मानें तो गुलाबी आंखें संभवतः कोविड-19 के लक्षणों में से एक है। जिसमें मुंह का सूखना भी शामिल है। इस दिक्कत में सलाइवरी ग्लैंड्स जरूरत भर की लार नहीं बना पाती है। इसे एक्सरोस्टोमिया यानी मुंह सूखने का रोग कहते हैं। जिसकी वजह से श्लेष्मा झिल्ली पर माउथ अल्सर, जख्म या छाले हो जाते हैं। शोध में पाया गया है कि ऐसा तब होता है जब वायरस मुंह और मसल फाइबर की ओरल लाइनिंग पर हमला करते हैं।
दूसरा असामान्य लक्षण जिसके लिए शोधकर्ता चेतावनी दे रहे हैं वो है ‘कोविड-19 टंग’। इसमें जुबान सफेद और धब्बेदार नजर आती है। लार का मकसद आपके मुंह को बैक्टीरिया से बचाना होता है। लेकिन अगर आप इस लक्षण से परेशान हैं तो आपकी बॉडी लार बनाएगी ही नहीं। इसकी वजह से बाद में कोरोना वायरस की जटिलता का सामना करना पड़ सकता है।
कोविड-19 की दूसरी लहर ने देश पर कब्जा जमा लिया है। इस बार, वायरस काफी बदल गया है, और डॉक्टरों ने कोरोनावायरस के कई नए वेरिएंट और म्यूटेंट को पहचाना है। सामान्य लक्षणों के अलावा, जैसे कि बुखार, सांस की तकलीफ, सिरदर्द, शरीर में दर्द, खांसी, गले में खराश, स्वाद और गंध न आना, थकान, नाक बंद और मांसपेशियों में दर्द, कुछ नए लक्षण भी सामने आए हैं। यह आवश्यक है कि हर किसी को इन लक्षणों के बारे में पता हो ताकि वे अपने अनुसार पहचान और आवश्यक उपचार प्राप्त कर सकें और अपने जीवन को किसी और नुकसान से बचा सकें।
मामलों में अचानक तेज़ी आना मार्च के मध्य के आसपास शुरू हुआ था। तब से कमी का कोई संकेत नहीं था। भारत में कोरोना की दूसरी वेव के नए लक्षणों के साथ मामलों तेजी से बढ़ें है, और अप्रैल के महीने में 400,000 से अधिक के दैनिक रिकॉर्ड तक पहुंच गए। भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण भिन्न प्रकार के हैं और उनके प्रभाव भयानक रहे हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से ही सांस लेने में और हृदय संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं।
कोविड-19 के लक्षण और प्रभाव विभिन्न आयु समूहों से भिन्न प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित हैं
बुखार, फ्लू जैसे लक्षण, रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट संक्रमण, पाचन तंत्र से संबंधित लक्षण, गंध न आना, दर्द, व्यवहार में परिवर्तन।
खांसी, गले में खराश, बहती नाक, छींक आना, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, मनोदशा, नींद लेने में परेशानी, पाचन तंत्र संबंधी समस्याएं, सांस लेने में तकलीफ, हल्का निमोनिया।
तेज सिरदर्द, मुंह का सूखना, गले में खराश, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट संक्रमण, दस्त, स्वाद और गंध न आना, बुखार, शरीर में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी, अत्यधिक कमजोरी।
कोविड-19 के नए और पुराने लक्षण इसके नए स्ट्रेंस B.1.617 और B.1 में भी पाए जाते हैं। ये अत्यधिक संक्रामक स्ट्रेंस हैं और यह युवाओं में आसानी से फैल जाते हैं। B.1.617 एक डबल म्यूटेंट है जो दो तरह के म्यूटेंट से आया है।
कोरोनावायरस संक्रमण के लक्षण की पूरी सूची इस प्रकार है:
सीडीसी कहता है कि कोई भी असामान्य लक्षण या बदलाव दिखे जिसकी वजह जानना मुश्किल हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। अगर आप किसी भी कोविड-19 मरीज के संपर्क में आए हैं और कोविड-19 के लक्षण महसूस कर रहे हैं तो आपको अपने नजदीकी कोविड-19 सेंटर पर जरूर जाना चाहिए। दूसरे आपातकालीन लक्षण ये रहे-
अपोलो हॉस्पिटल में अपॉइंटमेंट लें
अपॉइंटमेंट के लिए 1860-500-1066 कॉल करें
फ़िलहाल कोविड-19 का कोई इलाज नहीं है। आप सिर्फ सावधानी ही बरत सकते हैं जैसे सोशल डिस्टेन्सिंग, मास्क पहनना, सेनिटाइजेशन और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पौष्टिक खाना। अगर आपको वैक्सीन लग चुकी है तो भी आपको वायरस से दूर रहने के लिए सोशल डिस्टेन्सिंग का ध्यान रखना होगा।
वायरस का नया रूप ज्यादा शक्तिशाली है और अभी भी इस अनूठे वायरस के इलाज के लिए शोध किए जा रहे हैं। आपको अपने जीवन में ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी।
कोविड-19 पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है। खुद को सुरक्षित रखने का सिर्फ एक ही तरीका है कि सरकार की ओर से बताए गए नियमों का पालन किया जाए। क्योंकि ये एक अनोखा वायरस है इसलिए इससे होने वाले खतरे से अभी भी सब अनजान हैं। ये उन नागरिकों के लिए ज्यादा खतरनाक है जिनको पहले से सांस या दिल से जुड़ी स्वास्थ्य परेशानियां हैं।
नया रूप तेजी से फैल रहा है क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करते हुए लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क आ रहे हैं। कोविड-19 बूंदों या एयरोसोल के माध्यम से फैलता है, जो हवा में 7 मिनट तक सक्रिय रहता है। इस तरह जो भी इन बूंदों के संपर्क में आता है वो कोविड-19 से संक्रमित हो जाता है।
कोविड सिंप्टोमेटिक (जिसके लक्षण दिखाई दें) भी हो सकता है और असिंपटोमेटिक (जिसके लक्षण दिखाई न दें) भी। ऐसे में संक्रमित व्यक्ति का बलगम या वो खुद आपको छू लेता है तो आप खतरे में आ जाते हैं। संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने पर तो खतरा ज्यादा ही होता है। अगर संपर्क में आने का समय 15 मिनट से ज्यादा है तो खतरा और बढ़ जाता है।
कोविड-19 से जुड़ा एक तथ्य ये भी है कि ये हर व्यक्ति पर अलग तरह से हमला करता है। इससे कोई गंभीर रूप से बीमार हो सकता है तो कोई बिलकुल ठीक रहता है। इसका कारण इंटरफेरॉन्स हैं जो इस खतरनाक वायरस से लड़ने में आपके शरीर की मदद करते हैं। इंटरफेरॉन्स इम्यून डिफेन्स मेकेनिज्म है जो ऐसे खतरे से उबरने में आपकी मदद करता है। किसी के पास मजबूत इंटरफेरॉन्स होते हैं किसी के पास माइल्ड।
सुनने में दिक्कत आना, अत्यधिक कमजोरी, मुँह सूखना, स्किन पर रैशेज और जलन कोविड-19 वैरिएंट्स स्ट्रेंस के नए लक्षण हैं।
नया स्ट्रेन तेजी से फैलते है, बेहद संक्रामक है और हम सबके लिए काफी खतरनाक है। यदि आप किसी भी लक्षण को नोटिस करते हैं, तो तुरंत इसके लिए डॉक्टर की सलाह लें।
कोविड-19 संक्रमण के नए स्ट्रेन में आम लक्षणों के अलावा, जो कि अब हर किसी को पता है, कुछ विशिष्ट लक्षण भी दिखते है। जैसे ही आप इनमें से किसी लक्षण के मामूली संकेत को पकड़ पाते हैं या संक्रमण महसूस करते हैं, तो ऐसी स्थिति में जल्दी से टेस्ट करना सबसे अच्छा होता है, खासकर अगर इस बात की अधिक संभावना है कि आप वायरस के संपर्क में आ गए हैं।
वैज्ञानिकों का मानना है कि कोविड-19 वैक्सीन वायरस के सभी रूपों के खिलाफ काम करेगी क्योंकि यह हमारे शरीर में एंटीबॉडी और इम्यूनिटी विकसित कर देती है।
चूंकि संक्रमण के अलग-अलग लक्षण और रूप हैं, इसलिए यह पहली लहर की तुलना में युवाओं को ज्यादा प्रभावित कर रहा है।
कर्कश आवाज गले के संक्रमण से संबंधित हो सकती है; इसलिए, यह जानने के लिए टेस्ट करवाना सबसे अच्छा तरीका है ताकि पता चल सके कहीं यह संक्रमण की वजह से तो नहीं है।
नया स्ट्रेन तेजी से फैल रहे हैं, ज्यादा संक्रामक है और नए लक्षणों को दिखाता है जिन्हें पहली बार में पहचानना मुश्किल है।
ये नई तरह का वायरस है और हर बीतते दिन के साथ हम इसके नए रूप और लक्षणों के बारे में जान रहे हैं। इसकी दूसरी लहर शुरू होने के साथ सीडीसी (CDC) और डब्ल्यूएचओ (WHO) ने कई नए लक्षण ढूंढ निकाले हैं।
The content is verified and reviewd by experienced practicing Pulmonologist to ensure that the information provided is current, accurate and above all, patient-focused
October 25, 2024